Thought 21 Jan
अंजलि पर मस्तक किये, विनय भक्ति के साथ।नमस्कार मेरा तुझे, होवे जग के नाथ ॥२॥ अर्थात्, दोनों जुड़े हुए हाथों […]
अंजलि पर मस्तक किये, विनय भक्ति के साथ।नमस्कार मेरा तुझे, होवे जग के नाथ ॥२॥ अर्थात्, दोनों जुड़े हुए हाथों […]
11 नवंबर 2024 को हरिद्वार में प्रात: 11 बजे (साधना सत्संग शुरू होने से पहले) नाम दीक्षा होगी | Click