Thought of the dayThought 21 Jan Sunil / 2025-01-20 अंजलि पर मस्तक किये, विनय भक्ति के साथ।नमस्कार मेरा तुझे, होवे जग के नाथ ॥२॥ अर्थात्, दोनों जुड़े हुए हाथों […]